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Showing posts from August, 2025

#35. सच्ची उपलब्धि की जड़ें

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नमस्ते दोस्तों, आज एक ऐसे विचार पर बात करते हैं जो हमें हमारी असली क्षमता (potential) तक पहुँचने के लिए प्रेरित करता है: सच्ची उपलब्धि की जड़ें उस इच्छा में निहित हैं कि आप वह सर्वश्रेष्ठ बनें जो आप बन सकते हैं। हम अक्सर उपलब्धि को बाहर से देखते हैं – जैसे कोई बड़ा पुरस्कार जीतना, एक सफल कंपनी चलाना, या समाज में नाम कमाना। ये सब यकीनन उपलब्धियाँ हैं, लेकिन सच्ची उपलब्धि की शुरुआत हमारे अंदर होती है। यह बाहर की दुनिया को जीतने से ज़्यादा, खुद को जीतने के बारे में है। यह विचार कहता है कि सच्ची सफलता तब नहीं मिलती जब आप दूसरों से बेहतर होते हैं, बल्कि तब मिलती है जब आप कल के खुद से बेहतर होते हैं। इच्छाशक्ति: सफलता का पहला कदम हर बड़ी उपलब्धि के पीछे एक इच्छा होती है। यह इच्छा सिर्फ़ सफल होने की नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने की होती है। जब आपके अंदर यह इच्छा जगती है कि 'मैं सिर्फ़ यह काम पूरा नहीं करूँगा, बल्कि इसे सर्वोत्तम तरीके से करूँगा,' तो आप एक ऐसी यात्रा पर निकल पड़ते हैं जो साधारण से परे होती है। यह इच्छा आपको सुबह जल्दी उठने के लिए प्रेरित करती है, जब बाक...

#34. अगर जीवन एक खेल होता

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नमस्ते दोस्तों, आज एक ऐसे सवाल पर बात करते हैं जो हमें अपनी ज़िंदगी को एक नए नज़रिए से देखने के लिए प्रेरित कर सकता है: अगर ज़िंदगी एक खेल होती, तो क्या आप खुद को जीतते हुए मानते, या हारते हुए? यह सवाल जितना सरल लगता है, उतना है नहीं। हमारा जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि हम 'जीतना' और 'हारना' किसे मानते हैं। क्या जीत का मतलब सिर्फ़ पैसा, शोहरत, या सफलता है? या क्या हार का मतलब सिर्फ़ असफलता और निराशा है? मेरा मानना है कि ज़िंदगी के इस खेल में जीत और हार की परिभाषा बहुत गहरी है। जीतना क्या है? ज़्यादातर लोग जीत को बड़ी उपलब्धियों से जोड़ते हैं। एक अच्छी नौकरी मिलना, एक बड़ा घर खरीदना, या एक सफल व्यापार खड़ा करना। ये सब यकीनन जीत के हिस्से हैं, लेकिन क्या बस इतना ही काफ़ी है? मेरे लिए, ज़िंदगी के इस खेल में जीतना है: खुश रहना: जब आप छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी ढूंढ पाते हैं, जब आप खुद से संतुष्ट होते हैं, तब आप जीत रहे होते हैं। खुद को बेहतर बनाना: जब आप अपनी पिछली गलतियों से सीखते हैं और हर दिन एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश करते हैं, तब आप जीत रहे होते हैं। रिश्ते निभान...