#49. अपनी प्रेरणा को पहचानें

नमस्ते दोस्तों,

आज एक ऐसे विचार पर बात करते हैं जो हमें हमारी सबसे बड़ी ताकत से मिलाता है: सबसे बड़ी प्रेरणा आपको अपने भीतर से और उस दिल से मिलती है जिसे पता हो कि आप सही रास्ते पर हैं।

हम अक्सर प्रेरणा के लिए बाहर देखते हैं। हम सफल लोगों की कहानियाँ पढ़ते हैं, उनके भाषण सुनते हैं और सोचते हैं कि उनकी सफलता से हमें प्रेरणा मिलेगी। इसमें कोई संदेह नहीं कि बाहरी प्रेरणा हमें एक चिंगारी दे सकती है, लेकिन वह चिंगारी तब बुझ जाती है जब हमारे सामने असली चुनौतियाँ आती हैं।

सच्ची और अटूट प्रेरणा का स्रोत हमारे अंदर ही होता है।

भीतरी प्रेरणा: एक निरंतर ऊर्जा

भीतरी प्रेरणा किसी और की कहानी पर आधारित नहीं होती, बल्कि यह आपकी अपनी यात्रा पर आधारित होती है। यह उस एहसास से आती है जब आप जानते हैं कि आप कुछ ऐसा कर रहे हैं जो आपके जीवन के उद्देश्य के साथ जुड़ा हुआ है।

  • आप कोई काम सिर्फ़ इसलिए नहीं कर रहे कि लोग आपको सराहें, बल्कि इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आपका दिल आपसे कहता है कि यह सही है।

  • आप किसी रास्ते पर सिर्फ़ इसलिए नहीं चल रहे कि वह आसान है, बल्कि इसलिए चल रहे हैं क्योंकि आप मानते हैं कि वह आपका सही रास्ता है।

यही वह एहसास है जो आपको तब भी प्रेरित करता है जब कोई आपकी सराहना न करे। यही वह शक्ति है जो आपको तब भी आगे बढ़ाती है जब आप गिर जाते हैं।

दिल की आवाज़ और सही रास्ता

जब आपका दिल आपको बताता है कि आप सही रास्ते पर हैं, तो आप एक अलग ही तरह की शांति और निश्चितता महसूस करते हैं। यह शांति किसी बाहरी परिणाम पर निर्भर नहीं करती।

उदाहरण के तौर पर: एक कलाकार जो अपनी कला सिर्फ़ इसलिए बनाता है क्योंकि उसे ऐसा करना पसंद है। उसे पता है कि हो सकता है कि उसकी कला बिके नहीं, या लोग उसे न समझें। लेकिन जब वह ब्रश उठाता है, तो उसके अंदर एक गहरी संतुष्टि और प्रेरणा होती है। उसे पता है कि वह अपने दिल की सुन रहा है, और यही विश्वास उसे हर दिन काम करने की हिम्मत देता है।

इसके विपरीत, एक व्यक्ति जो सिर्फ़ पैसे और शोहरत के लिए कोई काम करता है, वह बाहरी सफलता मिलने पर भी अंदर से खाली महसूस कर सकता है, क्योंकि उसकी प्रेरणा का स्रोत बाहर था, भीतर नहीं।

निष्कर्ष: अपनी प्रेरणा को पहचानें

तो दोस्तों, अगर आप प्रेरणा की तलाश में हैं, तो पहले खुद के अंदर झाँकें। बाहरी शोर को बंद करें और अपने दिल की आवाज़ सुनें।

क्या आप अपने काम से प्यार करते हैं? क्या आपको लगता है कि आप वही कर रहे हैं जो आपको करना चाहिए? क्या आपका दिल शांति में है, भले ही आपका रास्ता मुश्किल हो?

अगर इन सवालों का जवाब 'हाँ' है, तो समझ लीजिए कि आपके पास सबसे बड़ी प्रेरणा है। खुद पर और अपने रास्ते पर विश्वास रखें। यही विश्वास आपकी सबसे बड़ी ताकत है।

धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.

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