नमस्ते दोस्तों,
आज एक ऐसे विचार पर बात करते हैं जो हमें सफलता के रास्ते पर मार्गदर्शन देता है: सफल होने के लिए, आपको अपनी अंतरात्मा की आवाज़ (gut feeling) पर विश्वास करना होगा, और फिर उस विश्वास पर पूरे दिल से काम करना होगा।
यह बात सुनने में सरल लगती है, लेकिन यही वह सूत्र है जो कई सफल लोगों के जीवन में काम करता है। हम सभी के अंदर एक 'छठी इंद्री' होती है, जो हमें बताती है कि क्या सही है और क्या गलत। इसे हम अंतरात्मा की आवाज़, अंतर्ज्ञान (intuition) या 'gut feeling' कहते हैं।
अंतरात्मा की आवाज़: आपकी सबसे बड़ी मार्गदर्शक
यह अंतरात्मा की आवाज़ कोई अंधविश्वास नहीं है। यह हमारे अनुभव, हमारी समझ और हमारी अवचेतन (subconscious) सोच का परिणाम है। यह वह आवाज़ है जो आपको तब भी बताती है कि क्या सही है, जब आपके सामने कोई तर्क या सबूत न हो।
आपने किसी व्यक्ति से पहली बार मिलते ही महसूस किया कि आप उस पर भरोसा कर सकते हैं, भले ही आपके दोस्तों ने आपको सतर्क रहने को कहा हो।
आपने किसी नए बिज़नेस आइडिया के बारे में सोचा और आपके अंदर एक गहरी भावना उठी कि 'यह काम करेगा', भले ही बाज़ार में कोई ऐसा उदाहरण न हो।
यही अंतरात्मा की आवाज़ आपको बताती है कि आपका सच्चा रास्ता क्या है।
दिल से किया गया कर्म: विश्वास को हकीकत बनाना
सिर्फ़ अंतरात्मा की आवाज़ पर भरोसा करना ही काफ़ी नहीं है। जब आप उस आवाज़ को सुनते हैं, तो आपको उस पर पूरे दिल से काम करना पड़ता है। 'पूरे दिल से काम करना' का मतलब है कि आप उसमें अपना जुनून, अपनी मेहनत, और अपनी आत्मा को लगा दें।
यह तब होता है जब आप अपने सपने के लिए रात-दिन जागते हैं। यह तब होता है जब आप असफलता मिलने पर भी हिम्मत नहीं हारते। यह तब होता है जब आप दूसरों की आलोचना को नज़रअंदाज़ करके अपने रास्ते पर चलते रहते हैं।
यह जुनून और समर्पण ही आपके विश्वास को हकीकत में बदलता है।
उदाहरण के लिए: मान लीजिए, आपके मन में एक ऐसा ऐप बनाने का ख़्याल आया जिसका बाज़ार में कोई उदाहरण नहीं है। आपके दोस्तों और परिवार ने आपको समझाया कि यह एक जोखिम भरा कदम है। लेकिन आपकी अंतरात्मा ने कहा, "यह काम करेगा।" इस 'gut feeling' पर भरोसा करके आपने काम शुरू किया। आपने कई रातों की नींद त्यागी, कई असफलताओं का सामना किया, और हार न मानने की ठान ली। इसी पूरे दिल से किए गए कर्म के कारण, आपका ऐप सफल हो गया।
निष्कर्ष: अपने आप पर भरोसा करें
सफलता का असली रहस्य किसी बाहरी सूत्र में नहीं, बल्कि आपके अंदर है। अपनी अंतरात्मा की आवाज़ पर भरोसा करना सीखें। उसे अपनी सबसे बड़ी ताकत मानें।
जब आपको वह आवाज़ सुनाई दे, तो डरें नहीं। उस पर विश्वास करें, और फिर पूरे दिल से उस पर काम करें। क्योंकि जब आपका विश्वास और आपका जुनून एक साथ मिलते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।
धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.
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