#38. जीवन: सुख-दुःख का संगम, अपनों के साथ

नमस्ते दोस्तों,

आज एक ऐसे विषय पर बात करते हैं जो हम सभी के जीवन का सच है: जीवन कभी-कभी दुखदायी और अन्यायपूर्ण हो सकता है। यह कभी-कभी हमें ऐसे लोगों से घेर लेता है जो हमारी परवाह करते हैं। जीवन हमें अच्छे को बुरे के साथ स्वीकार करना सिखाता है। जीवन, खुशी और गम का एक मिला-जुला रूप है।

यह बात जितनी सच्ची है, उतनी ही हमें ज़िंदगी को उसके हर रंग में स्वीकार करने का हौसला भी देती है। हम अक्सर यह मानते हैं कि जीवन को हमेशा खुशियों से भरा होना चाहिए, लेकिन सच्चाई यह है कि जीवन सुख और दुख दोनों का एक संगम है।

जीवन की कठोरता और अपनों का साथ

ज़िंदगी में कई बार ऐसा होता है जब हमें लगता है कि सब कुछ हमारे खिलाफ जा रहा है। कोई बड़ा नुकसान हो जाता है, कोई करीबी छोड़कर चला जाता है, या कोई ऐसी चुनौती आ जाती है जो हमें अंदर तक तोड़ देती है। उस वक़्त जीवन बहुत कठोर और अन्यायपूर्ण लगता है।

लेकिन इसी बीच, एक और सच्चाई भी होती है। जब हम सबसे ज़्यादा अकेले और दुखी महसूस करते हैं, तभी हमें उन लोगों का साथ मिलता है जो हमारी परवाह करते हैं। हमारे परिवार, हमारे दोस्त, या कभी-कभी तो कोई अजनबी भी, हमारे साथ खड़े होते हैं। वे हमें सहारा देते हैं, हमारा हाथ थामते हैं, और हमें आगे बढ़ने की हिम्मत देते हैं। जीवन की कठोरता के बीच, अपनों का प्यार ही वह रोशनी है जो हमें रास्ता दिखाती है।

अच्छे और बुरे को स्वीकार करना

जीवन हमें यह भी सिखाता है कि हम अच्छे को बुरे के साथ स्वीकार करना सीखें। अगर हम सिर्फ़ खुशियों की तलाश करेंगे, तो हम दुखों से भागते रहेंगे और कभी भी पूरे इंसान नहीं बन पाएंगे। हर दुख, हर असफलता, हमें कुछ न कुछ सिखाती है।

यह हमें और मज़बूत बनाती है, हमें और ज़्यादा समझदार बनाती है। यह हमें खुशी का असली मोल बताती है। जैसे, अगर हमें अंधेरा न पता हो, तो हम रौशनी की कीमत नहीं समझ पाएंगे। वैसे ही, अगर हम दुख न जानें, तो हम खुशी को पूरी तरह महसूस नहीं कर पाएंगे।

जीवन: खुशी और गम का मिश्रण

तो, जीवन सिर्फ़ 'सफेद' या 'काला' नहीं है, बल्कि यह इन दोनों का मिश्रण है। इसमें हंसी भी है और आँसू भी, सफलता भी है और असफलता भी। एक पूर्ण जीवन वह नहीं है जिसमें कोई दुख न हो, बल्कि वह है जिसमें हम हर अनुभव को स्वीकार करें और उनसे सीखें।

  • जब आप खुश हों, तो उस पल को पूरी तरह से जिएँ।

  • जब आप दुखी हों, तो उस भावना को महसूस करें, लेकिन उसमें खो न जाएं।

  • जब आप अकेले हों, तो उन लोगों को याद करें जो आपकी परवाह करते हैं।

यह समझ लेना कि जीवन एक मिश्रण है, हमें जीवन को अधिक शांति और स्वीकार्यता के साथ जीने में मदद करता है। यह हमें हर पल का सम्मान करना सिखाता है, क्योंकि हर पल, चाहे वह अच्छा हो या बुरा, हमें कुछ न कुछ देता है।

धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.

Comments