नमस्ते दोस्तों,
हम अक्सर सुनते हैं, "सफलता के लिए इच्छाशक्ति (Willpower) चाहिए।" जब हम कोई बुरी आदत छोड़ना चाहते हैं या कोई बड़ा लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं, और असफल हो जाते हैं, तो हम खुद को कोसते हैं कि "मुझमें इच्छाशक्ति की कमी है।"
यह विचार एक बहुत बड़ा भ्रम है।
आज मैं आपको एक गहरा सत्य बताना चाहता हूँ जो आपको दोष देना बंद करने और बदलाव की ओर बढ़ने में मदद करेगा: यह ऐसा नहीं है कि कुछ लोगों में इच्छाशक्ति होती है और कुछ में नहीं। बल्कि, कुछ लोग बदलाव के लिए तैयार होते हैं और दूसरे नहीं।
इच्छाशक्ति कोई जादुई ऊर्जा नहीं
इच्छाशक्ति को अक्सर एक सीमित संसाधन या कोई विशेष शक्ति माना जाता है जो किसी-किसी को ही मिलती है। लेकिन सच्चाई यह है कि इच्छाशक्ति केवल मन का एक निर्णय है, जो आपकी तैयारी पर निर्भर करता है।
तैयारी का अभाव: जब आप बिना किसी ठोस कारण या योजना के कोई आदत बदलने की कोशिश करते हैं, तो यह 'इच्छाशक्ति की कमी' नहीं होती। यह बस तैयारी की कमी होती है।
पुरानी आदतें: हमारी आदतें हमारे मस्तिष्क में गहरे रास्ते बना लेती हैं। इन रास्तों को बदलने के लिए केवल एक रात का निर्णय काफी नहीं होता; इसके लिए समय, योजना और दृढ़ संकल्प चाहिए होता है। अगर आप तैयार नहीं हैं, तो आपका दिमाग़ आसानी से पुराने रास्ते पर लौट जाएगा।
बदलाव के लिए 'तैयारी' का मतलब क्या है?
बदलाव के लिए तैयार होने का मतलब है खुद से ये तीन ज़रूरी सवाल पूछना और उनका ईमानदार जवाब देना:
1. क्या मैं 'क्यों' जानता हूँ? (Deep Motivation)
इच्छाशक्ति तब काम करती है जब आपके पास कोई मज़बूत कारण (Why) होता है।
सिर्फ़ यह कहना कि "मैं वज़न कम करना चाहता हूँ," काफ़ी नहीं है।
मज़बूत कारण: "मैं वज़न कम करना चाहता हूँ ताकि मैं अपने बच्चों के साथ खेल सकूँ और 80 साल की उम्र तक स्वस्थ रह सकूँ।" यह 'क्यों' आपको मुश्किल समय में आगे बढ़ने की शक्ति देता है।
2. क्या मैंने कीमत चुकाने का फैसला कर लिया है? (Accepting the Price)
बदलाव हमेशा असुविधाजनक होता है। अगर आप बदलाव के लिए तैयार हैं, तो आपने यह स्वीकार कर लिया है कि आपको आराम छोड़ना होगा, पुराना आनंद त्यागना होगा, और असहजता को गले लगाना होगा।
3. क्या मेरे पास कोई योजना है? (Strategy)
तैयारी का मतलब है एक स्पष्ट योजना बनाना।
असफल व्यक्ति कहता है: "मैं कल से मीठा नहीं खाऊँगा।"
तैयार व्यक्ति कहता है: "कल जब मुझे मीठा खाने की इच्छा होगी, तो मैं एक फल खाऊँगा और 10 मिनट के लिए टहलने जाऊँगा।"
यह योजना ही आपकी इच्छाशक्ति को दिशा देती है।
निष्कर्ष
अगली बार जब आप खुद को 'इच्छाशक्ति की कमी' के लिए दोषी ठहराएँ, तो रुकिए। अपने आप से पूछिए: "क्या मैं सच में इस बदलाव के लिए तैयार हूँ?"
अपनी ऊर्जा को एक ऐसी काल्पनिक शक्ति (इच्छाशक्ति) को खोजने में बर्बाद न करें जो पहले से ही आपके भीतर है। इसके बजाय, अपनी सारी ऊर्जा तैयारी करने, कारण खोजने, और स्पष्ट योजना बनाने में लगाएँ।
जब आप पूरी तरह से तैयार होते हैं, तो आपको पता चलता है कि आपको 'इच्छाशक्ति' की ज़रूरत नहीं है—क्योंकि काम तो बस होना ही होता है।
धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.
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