नमस्ते दोस्तों,
ज़िंदगी में हम सब उस मोड़ पर ज़रूर पहुँचते हैं, जहाँ लगता है कि अब सब ख़त्म हो गया। हम अपनी पूरी ताकत लगा चुके होते हैं, हमारे पास ऊर्जा नहीं बचती, और असफलता हमें चारों तरफ से घेर लेती है। ठीक उसी पल, हमारे मन में एक आवाज़ आती है: "बस, अब हार मान लो।"
लेकिन आज मैं आपको एक ऐसा रहस्य बताना चाहता हूँ जो सफल और असफल लोगों के बीच का सबसे बड़ा फ़र्क है: कभी हार मत मानो, क्योंकि ठीक यही वह जगह और समय है जब बाज़ी पलट सकती है।
सबसे अंधेरी रात, सुबह से ठीक पहले
यह विचार प्रकृति के एक अटल नियम पर आधारित है। आपने देखा होगा कि समंदर में ज्वार (Tide) अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँचने के बाद ही वापस ऊपर उठना शुरू करता है। ठीक इसी तरह:
- सबसे बड़ी निराशा: आपकी सबसे बड़ी निराशा अक्सर आपकी सबसे बड़ी सफलता से ठीक पहले आती है। जब आप अपनी सबसे बड़ी असफलता के मुहाने पर खड़े होते हैं, तो इसका मतलब है कि आपने लगभग सारे ग़लत रास्ते आज़मा लिए हैं। 
- सीखने का अंतिम चरण: हार मानने का मतलब है कि आप अपनी सारी मेहनत और पिछले अनुभवों को व्यर्थ कर रहे हैं। उस अंतिम क्षण में, आपके पास वह सारा ज्ञान होता है जो आपको सफल होने के लिए चाहिए। बस उसे एक बार और इस्तेमाल करने की ज़रूरत होती है। 
एक कदम आगे बढ़ने का साहस
सवाल यह नहीं है कि आपने कितनी बार कोशिश की; सवाल यह है कि जब आपका मन आपको रुकने को कह रहा था, तब आपने एक कदम और आगे बढ़ने का साहस दिखाया या नहीं।
जब आप पूरी तरह से थक चुके होते हैं, तो आपका संकल्प (Resolve) ही आपकी एकमात्र पूंजी होती है।
- अंतिम प्रयास की शक्ति: कई बार सफलता का सूत्र, जो पिछले प्रयास में ग़लत था, अगले ही छोटे से बदलाव में मिल जाता है। लेकिन अगर आप रुक जाते हैं, तो आप उस "एक छोटे बदलाव" को कभी नहीं कर पाएँगे। 
- मानसिकता का युद्ध: यह युद्ध आपके कौशल से ज़्यादा आपकी मानसिकता का होता है। हार मानने से इनकार करना, खुद को यह साबित करता है कि आप परिस्थितियों से मज़बूत हैं। 
निष्कर्ष
अगर आप आज किसी मुश्किल में हैं और हार मानने का मन कर रहा है, तो रुकिए। अपने दिल से पूछिए कि आपने यहाँ तक आने में कितनी मेहनत की है।
उस एक कदम की दूरी पर, आपकी मंज़िल आपका इंतज़ार कर रही होगी। उस एक और कोशिश में, आपका काम पूरा हो सकता है।
अपनी शक्ति को न छोड़ें। अपने विश्वास को न टूटने दें। क्योंकि ठीक यहीं, इसी पल, हो सकता है कि आपकी ज़िंदगी की बाज़ी पलटने वाली हो।
धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.
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