#33. ग़लत फ़ैसले, सही मंज़िल
नमस्ते दोस्तों,
हम सभी अपनी ज़िंदगी में सही फ़ैसले लेने की कोशिश करते हैं। हम बहुत सोचते हैं, योजना बनाते हैं, और हर कदम सावधानी से उठाते हैं। लेकिन फिर भी, कुछ फ़ैसले ग़लत साबित हो जाते हैं। हमें लगता है कि हमने सब कुछ बर्बाद कर दिया, कि हमारा चुना हुआ रास्ता हमें कहीं नहीं ले जाएगा। उस वक्त मन में निराशा और पछतावा हावी हो जाता है।
लेकिन मैंने अपने जीवन में यह महसूस किया है कि हर 'ग़लत' फ़ैसले के पीछे एक छिपा हुआ आशीर्वाद होता है। यह हमें कुछ ऐसा सिखाता है, या हमें ऐसी जगह पर ले आता है, जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
जब रास्ते भटकते हैं, तो कुछ नया मिलता है
मेरे अपने जीवन में भी ऐसा ही हुआ। मैंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पढ़ाई करने का सोचा, लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि यह मेरे लिए सही नहीं था। उस वक़्त मुझे लगा कि मैंने एक ग़लत फ़ैसला ले लिया। लेकिन आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो मैं समझता हूँ कि वह फ़ैसला ग़लत नहीं था।
इंजीनियरिंग कॉलेज में रहकर मुझे कई प्रोजेक्ट्स और एक्स्ट्रा-करिकुलर एक्टिविटीज में हिस्सा लेने का मौका मिला। मैंने एक स्टार्टअप 'Croblaze' में भी काम किया। इन अनुभवों ने मुझे सीधे तौर पर मार्केटिंग की गहरी समझ दी। इसके बाद, Byju's में मुझे सेल्स का अनुभव मिला। ये सारे अनुभव, जो मुझे मेरे 'ग़लत' फ़ैसले के रास्ते पर मिले थे, आज मेरे व्यवसाय में बहुत काम आ रहे हैं। अगर मैंने वह 'ग़लत' रास्ता न चुना होता, तो शायद मुझे ये अनुभव कभी न मिलते, और मैं आज यहाँ नहीं होता।
ग़लतियों में छिपी सीख
हमारे ग़लत फ़ैसले हमें सिर्फ़ नई जगहों पर ही नहीं ले जाते, बल्कि वे हमें बहुत कुछ सिखाते भी हैं।
आत्म-ज्ञान (Self-Knowledge): ग़लत फ़ैसले हमें खुद को बेहतर ढंग से समझने का मौका देते हैं। वे हमें बताते हैं कि हमारी असली प्राथमिकताएँ (priorities) क्या हैं, हमें क्या पसंद है और क्या नहीं।
लचीलापन (Resilience): ग़लत फ़ैसले और उसके बाद की असफलताएँ हमें लचीला बनाती हैं। वे हमें सिखाती हैं कि कैसे गिरकर उठना है और फिर से कोशिश करनी है।
नया नज़रिया (New Perspective): ग़लत रास्ते पर चलकर ही हमें यह पता चलता है कि सही रास्ता कैसा हो सकता है। यह हमें एक नया नज़रिया देता है और हमें लीक से हटकर सोचने के लिए प्रेरित करता है।
निष्कर्ष: ज़िंदगी के मोड़ों को स्वीकार करें
तो दोस्तों, अगली बार जब आप किसी फ़ैसले को लेकर पछताएँ, तो रुकिए और सोचिए। हो सकता है कि वह फ़ैसला ग़लत नहीं था, बल्कि वह बस आपके जीवन का एक घुमावदार रास्ता था जो आपको आपकी असली मंज़िल तक ले जा रहा था।
ज़िंदगी में हर फ़ैसला सही नहीं हो सकता, और इसमें कोई बुराई नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि हम अपनी ग़लतियों से सीखें, उन्हें स्वीकार करें, और यह विश्वास रखें कि कभी-कभी ग़लत रास्ते ही हमें सबसे सही और सबसे खूबसूरत जगहों पर ले आते हैं।
धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Ludhiana, Punjab.
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