#18. अपनी कद्र, अपने वक्त की कद्र


नमस्ते दोस्तों,

आज एक ऐसे विचार पर बात करते हैं जो हमारी ज़िंदगी की दिशा तय करता है, और अक्सर हम इस पर उतना ध्यान नहीं देते जितना देना चाहिए: जब तक आप खुद को अहमियत नहीं देते, आप अपने समय को भी अहमियत नहीं देंगे। और जब तक आप अपने समय को अहमियत नहीं देंगे, तब तक आप उसका कुछ भी नहीं कर पाएंगे।

यह बात जितनी सीधी है, उतनी ही गहरी भी। सोचिए, हम सभी के पास दिन के 24 घंटे होते हैं। न कम, न ज़्यादा। हर किसी को यही 24 घंटे मिलते हैं। फिर क्यों कुछ लोग अपनी ज़िंदगी में इतना कुछ हासिल कर लेते हैं, और कुछ लोग बस समय को गुज़रते देखते रहते हैं? इसका सीधा संबंध हमारी अपनी आत्म-पहचान (self-worth) और समय के प्रति हमारे दृष्टिकोण से है।

खुद की क़ीमत पहचानना ही पहली सीढ़ी है

जब हम खुद को कम आंकते हैं, अपनी क्षमताओं पर शक करते हैं, या यह मानते हैं कि हम किसी बड़ी चीज़ के लायक नहीं हैं, तो अनजाने में हम अपने समय को भी व्यर्थ समझने लगते हैं। हमें लगता है कि अगर हम खुद ही इतने महत्वपूर्ण नहीं हैं, तो हमारा समय भला कैसे महत्वपूर्ण हो सकता है? यही सोच हमें टालमटोल करने, छोटे-मोटे कामों में उलझे रहने, या बस समय बर्बाद करने की तरफ धकेलती है। हम सोशल मीडिया पर घंटों बिता देते हैं, फालतू की बातें करते हैं, या ऐसे काम करते रहते हैं जिनका हमारी ज़िंदगी में कोई खास मोल नहीं होता।

अक्सर लोग कहते हैं कि उनके पास समय नहीं है, लेकिन जब आप उनकी दिनचर्या देखेंगे, तो पाएंगे कि वे अपना काफी समय ऐसी चीज़ों में लगा रहे हैं जिनका उनके लक्ष्यों से कोई लेना-देना नहीं है। यह इसलिए नहीं कि वे जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि इसलिए कि वे शायद अभी तक खुद की असली क़ीमत नहीं पहचान पाए हैं।

समय की क़ीमत: अवसर और संभावनाओं का भंडार

जिस पल हम यह समझना शुरू कर देते हैं कि हम अनमोल हैं, हमारी क्षमताएं अनंत हैं, और हम बड़े से बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं, उसी पल से हमारा समय भी हमें बेशकीमती लगने लगता है। जब आपको पता होता है कि आप एक महत्वपूर्ण इंसान हैं और आपके पास कुछ खास करने की क्षमता है, तो आप अपने समय के हर पल का सदुपयोग करना चाहते हैं।

आपको अचानक सुबह जल्दी उठने में आलस नहीं आता, क्योंकि आपको पता होता है कि वह अतिरिक्त घंटा आपके स्वास्थ्य या आपके व्यवसाय के लिए कितना मूल्यवान है। आपको मोबाइल पर बेतरतीब स्क्रॉलिंग करने का मन नहीं करता, क्योंकि आपको मालूम होता है कि उस समय का उपयोग आप कोई किताब पढ़ने या अपने परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने में कर सकते हैं।

समय सिर्फ़ घड़ी की सुईंयों का चलना नहीं है; यह अवसर है, यह संभावना है, यह आपके सपनों को हकीकत बनाने का इकलौता ज़रिया है। हर बीतता पल एक ऐसा अवसर है जो वापस नहीं आएगा।

बदलें अपनी सोच, बदलें अपना जीवन

तो दोस्तों, अगर आप अपनी ज़िंदगी में बदलाव लाना चाहते हैं, अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहते हैं, तो शुरुआत खुद को अहमियत देने से करें।

  1. खुद को पहचानें: अपनी ताकतों, अपनी क्षमताओं और अपने सपनों पर विश्वास करें।

  2. अपनी प्राथमिकताएं तय करें: जब आपको पता होगा कि आपके लिए क्या सबसे ज़्यादा ज़रूरी है, तो आप अपने समय का बेहतर इस्तेमाल कर पाएंगे।

  3. 'ना' कहना सीखें: उन चीज़ों और लोगों को 'ना' कहें जो आपके समय और ऊर्जा को बेवजह खर्च करते हैं।

  4. नियोजन करें: अपने दिन को प्लान करें। छोटे-छोटे लक्ष्यों को निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने का प्रयास करें।

याद रखें, आपकी ज़िंदगी में आप ही सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। और आपका समय आपकी सबसे कीमती संपत्ति। जब आप खुद को अनमोल समझेंगे, तभी आप अपने समय को भी अनमोल मानेंगे, और तभी आप उस समय का सदुपयोग कर पाएंगे जिससे आप वो सब हासिल कर सकें जो आप बनना चाहते हैं।

धन्यवाद,
Madhusudan Somani,
Sector 32A, Ludhiana.

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